Total Pageviews

Monday, February 29, 2016

वर्मी कम्पोस्टिंग-मैनुवल .:: Literature - All World Gayatri Pariwar

0 टिप्पणियाँ
http://literature.awgp.org/hindibook/yug-nirman/VerniCompostingManual.51


Sent from my iPad

ORGANIC FARMING :: Special technologies :: Coir compost

0 टिप्पणियाँ
http://agritech.tnau.ac.in/org_farm/orgfarm_vermicompost.html


Sent from my iPad

VERMICULTURE

0 टिप्पणियाँ
http://agri.and.nic.in/vermi_culture.htm


Sent from my iPad

किसान हितैषी

0 टिप्पणियाँ

किसानों का बजट 

०००००००००००००

किसान हितैषी बजट के लिये मोदी जी और उनकी सरकार को साधुवाद हाँ, किसानों के लिये यह अभी नाकाफ़ी है इस देश में एक भी किसान आत्महत्या करे तब हम सफल हों

राजकुमार सचान होरी 

www.indianfarmingtragedy.blogspot.com

www.horiindianfarmers.blogspot.com

www.horiindiafarmers.blogspot.com

www.horionline.blogspot.com



Sent from my iPad

Sunday, February 28, 2016

होरी कहिन - किसान पर

0 टिप्पणियाँ
होरी कहिन
०००००००००००००००
१--
बस बलिदान जवान का, बस किसान का त्याग ।
दोऊ दुखिया देश में, खेलें पल पल आग ।।
खेलें पल पल आग , खेत सीमा पर दोऊ ।
इनकी सुधि भी लें न , कभी भारत में कोऊ ।।
करें आत्महत्या किसान तो , मरें जवान वहाँ ।
राष्ट्र इन्हीं के बलबूते पर , इनका दुखी जहाँ ।।
---------------------------------------
राजकुमार सचान होरी
www.horionlin.blogspot.com
www.horiindiafarmers.blogspot.com
www.horiindianfarmers.blogspot.com
www.indianfarmingtragedy.blogspot.com
www.jaykisaan.blogspot.com
www.pateltimes.blogspot.com


Sent from my iPad

किसान -अन्नदाता-१

0 टिप्पणियाँ
किसान -अन्नदाता
॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰
किसान की होती है भूमि , जिस पर वह खेती करता है और ठीक वैसे ही भूमि का होत है किसान जो भूमि के लिये होता है ,भूमि के द्वारा होता है । उसका सम्पूर्ण अस्तित्व भूमि के लिये होता है । भूमि और किसान अन्योन्याश्रित हैं दोनो एक दूसरे पर निर्भर , एक दूसरे से ज़िन्दा ।किसान से भूमि छीन लो किसान मर जायेगा , भूमि से किसान छीन लो भूमि मर जायेगी -- एकदम बंजर ।किसान और भूमि का यह सदियों पुराना संबद्ध चलता आया है ।
इस मधुर संबंध में जब तब पलीता लगाया है किसी ने तो वे हैं भूमाफिया और भगवान । भूमाफ़ियाओं में सबसे ऊँचा बड़ा स्थान सरकारों का होता है , हाँ ग़ैरसरकारी भूमाफिया भी होते हैं जो संख्या में अधिक हैं और वे ही कभी सरकारों से मिल कर तो कभी अकेले दम पर ही भूमि को हथियाते हैं , कब्जियाते हैं । उधर भगवान के तो कहने ही क्या -कभी जल मग्न कर भूमि कब्जियाई तो कभी सुखा सुखा कर भूमि और किसान की दुर्गति करदी । कभी गोले की तरह ओले बरसा दिये तो कभी कोरें का बाण चला दिया । बस भगवान की मर्ज़ी ।कभी कभी तो एक साथ इतने सारे अस्त्र शस्त्र चला देता है भगवान कि किसान और भूमि दोनो को इतना घायल कर देता है कि किसान और भूमि दोनो गले लग लग कर मरते हैं ।
अन्नदाता -- एक अन्य नाम है ।किसान का कथित सम्मान बढ़ाने वाला नाम । जैसे प्राणदाता , दानदाता या जीवनदाता ।
क्रमश: ------


Sent from my iPad

होरी कहिन

0 टिप्पणियाँ

Monday, February 22, 2016

जय जवान, जय किसान व्यर्थ ?

0 टिप्पणियाँ
            देश द्रोहियों के समर्थकों को खुली चिट्ठी 
००००००००००००००००००००००००००००००००००००
       मेरे देश के धृतराष्ट्रों ,
        तुम्हें नहीं याद होगा देश का स्वतन्त्रता संग्राम , नहीं याद होगा जलियाँवाला बाग़ , नहीं याद होगें सरदार भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु , तुम्हें नहीं याद होगा चन्द्र शेखर आज़ाद ,नहीं याद होंगे लाला लाजपत राय , नहीं याद होंगे लाल, बाल ,पाल, नहीं याद होगा १८८५ से कांग्रेस का आंदोलन, नहीं याद होगा तिलक का कहना -- स्वतन्त्रता हमारा जन्म सिद्ध अधिकार है । तुम्हें तो नहीं याद होगा पहला स्वतन्त्रता संग्राम , नही याद होगी रानी लक्ष्मी बाई , न याद होंगे - नाना साहब , तात्या टोपे ,बहादुर साह ज़फ़र ।
               तुम्हें नहीं याद होंगे सुभाष चन्द्र बोष , फिर उनकी आज़ाद हिन्द फ़ौज तो भला कैसे याद होगी !? तुम्हें भला गाँधी ,नेहरू, अम्बेडकर तो कहाँ याद होंगे ? राष्ट्र को एक सूत्र में बाँधने वाले और उसे अखंड बनाने वाले लौह पुरुष सरदार पटेल भला तुम्हें कहाँ याद होंगे ? कश्मीर की पहली ही जंग ४७-४८ भला तुम्हें कैसे याद होगी? १९६२ की चीन से लड़ाई, १९६५ और १९७१ की पाकिस्तान से लड़ाइयाँ तुम भला कैसे और क्यों याद रखोगे ? इंदिरा की बांग्लादेश की लड़ाई और उनका बलिदान भी तुम क्यों याद रखोगे ? कारगिल को भूल गये । कश्मीर के लिये रोज रोज शहीद होते जवान तुम्हें भला कैसे याद रहेंगे ? तुम तो अंधे जो हो , धृतराष्ट्र जो ठहरे ।
             सत्ता के मोह में ग्रस्त धृतराष्ट्र । वोटों के लिये राष्ट्र के विरोधियों के समर्थक जन्मान्ध नेताओं तुम्हें न तो देश के लिये प्राण अर्पण करते सैनिक दिखाई देते हैं , न दिखाई देता है हर साल हज़ारों ललनाओं की उजड़ती माँग । विधवाओं के विलाप तुम्हें सुनाई नहीं देते ,क्योंकि तुम अंधे ही नही बहरे भी हो । हर साल माओं की उजड़ती गोद से भी तुम्हें क्या लेना देना ? तुम्हारे लिये तो राष्ट्र प्रेम, राष्ट्र वाद भी पार्टियों में बँटा है । कांग्रेसी राष्ट्र वाद, भगवा राष्ट्र वाद, साम्यवादियों ,नक्सलवादियों , कश्मीरियों का राष्ट्र वाद । लालू, नीतीश , येचुरी , केजरी का राष्ट्र वाद । 
             न जाने कितने राष्ट्र वाद और तमीज़ दमड़ी भर की नहीं कि राष्ट्र वाद तो एक है जिसे शहीद होने वाले सैनिक से ही आख़िरी साँसों के समय पूछ लेते । पूछ लेते तो शहीद की माँ से जो अपने दूसरे लालों को मर मिटने के लिये सीमा पर फिर भेजने को तैयार है । अंधो ! संसद में हमले के नायक तुम्हारे आदर्श हो गये अफ़ज़ल तुम्हारे गुरू हो गये ।मक़बूल तुम्हारे हीरो हो गये ! देश को खंड ,खंड करने के नारे लगाने वाले , टुकड़े करने की कश्में खाने वाले तुम्हारे नायक हो गये । कश्मीर, केरल फिर कल बंगाल की आज़ादी माँगने वाले ही नहीं छीन कर लेने वाले उद् घोष तुम्हारे आदर्श हो गये ? 
                तुम सब के सब इतने गिर गये , पतित हो गये कि राष्ट्रद्रोह का क़ानून ही भूल कर दूसरी व्याख्या करने लगे ! आख़िर क्यों ? क्यों ? क्या तुम्हें सारे मुसलमान आतंकी लगते हैं जो सबका समर्थन लेने के लिये चन्द आतंकियों ,देशद्रोहियों का समर्थन करने लगे । तुम भूल गये मुस्लिम राष्ट्र भक्तों को ! तुम सियाचिन मे हनुमनथप्पा के साथ शहीद होने वाले उस सच्चे मुसलमान सपूत की शहादत भी भूल गये अंधो !  तुम व्यक्तिगत स्वतन्त्रता , अभिव्यक्ति की आज़ादी वालों भूल गये कि देश ही नहीं बचेगा तो कौन सी अभिव्यक्ति की आज़ादी ? ग़ुलामों की कोई आज़ादी होती है ?
               धर्म, जाति के नाम पर बाटने वालों मत भूलो कि हम कमज़ोर हुये तो देश कमज़ोर होगा , टूट जायेगा , खंड खंड हो जायेगा । कश्मीर के चन्द कट्टर मुसलमान बहके हुये हैं और कश्मीर के पंडितों को खदेड़ कर किस कश्मीरियत की बात कर रहे हैं ? उन्हीं के अनुयायी जे एन यू और देश में अनेक जगह फैले हैं जिन देशद्रोहियों का समर्थन ये कलियुगी धृतराष्ट्र कर रहे हैं ।
           देश में हम जिन सैनिकों की शहादत से अभिव्यक्ति की आज़ादी मनाते हैं , संसद में बैठ कर आतंकी सोच का समर्थन करते हैं यह कैसे सम्भव हो ?अगर सैनिक क़ुर्बानी न दें । इन अंधों ने ही कश्मीर समस्या पर या तो मौन साध कर या उनका तुष्टीकरण कर इतना मर्ज़ बढ़ा दिया है कि आज जब देश को एक होना चाहिये तब भी बँटा है । यह वही जे एन यू है जहाँ कारगिल के बहादुर सैनिकों को इस लिये लहूलुहान किया गया था कि उन्होंने हिन्द पाक मुशायरे में पाक शायर की भारत विरोधी कविता का विरोध किया था । यह वही जे एन यू है जहाँ नक्सली मुठभेड़ में मारे गये ७६ जवानों की मौत पर उत्सव मनाया गया था जब सारा देश दुखी था । यह वही जे एन यू है जहाँ हिन्दू देवी देवताओं की नंगी तश्वीरें लगाई गयीं थीं । पर अफ़सोस इन देशद्रोही घटनाओं पर तत्कालीन सरकारों नें कुछ भी कार्यवाही नहीं की थी और मर्ज़ बढ़ता गया ।
          जिस अफ़ज़ल गुरू को फाँसी सुप्रीम कोर्ट और राष्ट्रपति की संस्थाओं की सम्पूर्ण प्रक्रियाओं के बाद दी गयी थी वह कांग्रेस की सरकार का समय था पर वही कांग्रेस के सर्वेसर्वा राहुल और उनकी मंडली देश को खंड खंड करने वालों की तरफ़दारी करने लगी । उनके लिये अफ़ज़ल शहीद हो गया । क्यों ?? अगर इन दिग्भ्रमित नेताओं को यह मुग़ालता हो कि इससे मुसलमानों का वोट मिलेगा तो मतलब यह हुआ कि वे सारे मुस्लिम समाज को अफ़ज़ल गुरुओं ,का समर्थक मानते हैं । यह सोच ग़लत है । कुछ राष्ट्र विरोधी तो हर समुदाय में हैं यहाँ भी हैं वहाँ भी पर जो अंधे राष्ट्र द्रोहियों का सम्मान करते हैं , उन्हे बचाते हैं वे भी देशद्रोह ही कर रहे हैं सज़ा उन्हे भी मिलनी चाहिये ।
        राहुल और उनके साथी राष्ट्रवाद भाजपा से न सीखें तो कोई बात नहीं अपनी दादी इंदिरा गाँधी से ही सीख लें जिन्होंने १९७१ की भारत पाक लड़ाई में बांग्लादेश बनाया और पाक को हज़ार घाव दिये । मार्क्सवादियों के राष्ट्रवाद पर कुछ कहते भी शर्म आती है जिन्होंने १९६१ के भारत चीन युद्ध में चीन का समर्थन किया था । देश के स्वाधीनता आन्दोलन में किसके साथ थे इनसे ही पूछिये । अभिव्यक्ति की आज़ादी के समर्थक ये वाम पंथी आपातकाल के समर्थक  क्यों थे? इनसे पूछिये ।
        बहुत हो चुकी धृतराष्ट्रीय राजनीति , इसको बन्द करिये अगर देश का नमक खाते हो तो । हाँ, अगर तुम्हारे लिये नमक, अन्न, पानी विदेश से आता है तो देश अभी सक्षम है तुम्हें भी देखेगा । क़ुर्बानियों की ज़रूरत तब भी थी , अब भी है -- हम तैयार हैं धृतराष्ट्रो !!
०००००००००००००००००००००००००००००००००००००००००००००००००००००००
           राजकुमार सचान होरी 
        अध्यक्ष - बदलता भारत 
www.horionline.blogspot.com
वरिष्ठ साहित्यकार , समाजसेवी ।

Tuesday, February 16, 2016

Re: Shiv Khera Quotes

0 टिप्पणियाँ
Monika.7server@gmail.com

On Sunday 14 February 2016, Rajkumar sachan <horirajkumar@gmail.com> wrote:

http://www.achhikhabar.com/2011/11/24/shiv-khera-quotes-in-hindi/


Sent from my iPad

कुछ नेता और राजनैतिक दल जिनको मुसलमानों की राष्ट्र

0 टिप्पणियाँ
कुछ नेता और राजनैतिक दल जिनको मुसलमानों की राष्ट्र निष्ठा और राष्ट्र भक्ति में संदेह होता है वे ही समझते हैं कि मुस्लिम आतंकवादियों और कट्टर लोगों का समर्थन कर वोट बैंक के तौर पर मुसलमानों का वोट लिया जाय । ये भूल जाते हैं कि मुस्लिम इन आतंकवादियों का समर्थन नहीं करते । वे यह भी भूल जाते हैं कि वे देशभक्त हैं । लेकिन गांधी से लेकर आज तक कुछ धारायें हैं भारतीय राजनीति की जो हैं तो हिन्दू पर वे देश और हिन्दुओं को गाली देने में आगे रहते हैं कि शायद मुसलमान ख़ुश होंगे । पर ऐसा नहीं ,यह इनकी मूर्खता है । ये न तो मुसलमान के सगे न हिन्दू के सगे और न ही देश के सगे । ये सगे हैं सत्ता के , कुर्सी के ,परिवारवाद के , धन के ।
इन्हीं जयचन्दों और मीरजाफरों ने कभी देश को ग़ुलाम बनाया था ,फिर उनके वंशज राजनीति में बढ़ रहे हैं । अभिव्यक्ति के नाम पर पाक के गुणगान करना, संसद में हमला करने वालों का समर्थन , भारत के टुकड़े टुकड़े करने की चाह रखने वालों का खुल कर समर्थन , यह सब क्या है?
जब देश की लम्बी ग़ुलामी का इतिहास पढ़ता था तो सोचता था कि इतना वीर और क्षमतावान देश ग़ुलाम कैसे हुआ ? आज मुझे ही नहीं पूरे देश को उत्तर मिल चुका है । राष्ट्र भावना को भगवाकरण का नाम देना सैनिकों, शहीदों और सारे देश का अपमान ही नहीं घोर अपमान है । ईश्वर इन्हें सद् बुद्धि दे । सरदार भगत सिंह , सुखदेव, राजगुरु , असफाक, तिलक, गांधी ,पटेल, अम्बेडकर ,विवेकानंद ---- किसका किसका नाम लें सब स्वर्ग में रुदन कर रहे होंगे ।
सही है तुम्हें देशभक्ति की किसी बाहरी से सर्टिफ़िकेट नहीं लेना अन्दर से ले लो , इंदिरा गान्धी से पूछ लो उनके परिवार वालों ! रवीन्द्र नाथ टैगोर, सुभाष से पूछ लो बंगाल वालों -------
कितना लिखूँ दिल फट रहा है, लेखनी पीड़ा मे सराबोर है ----
अंत में गांधी का "हे राम " !!
राजकुमार सचान होरी
अध्यक्ष - बदलता भारत, पूर्व प्रशासनिक अधिकारी
www.horionline.blogspot.com
www.horiindianfarmers.blogspot.com


Sent from my iPad

Monday, February 15, 2016

Fwd: आम आदमी (@aapian4life) retweeted your Tweet!

0 टिप्पणियाँ


---------- Forwarded message ----------
From: Raj Kumar Sachan HORI <rajkumarsachanhori@gmail.com>
Date: Monday 15 February 2016
Subject: आम आदमी (@aapian4life) retweeted your Tweet!
To: "pramod@samacharplus.com Channel samachar plus,Pramod Sharma h174 sec63" <pramodsharma0016@gmail.com>




---------- Forwarded message ----------
From: Raj Kumar Sachan HORI <rajkumarsachanhori@gmail.com>
Date: Monday 15 February 2016
Subject: आम आदमी (@aapian4life) retweeted your Tweet!
To: horisardarpatel.patel@blogger.com




---------- Forwarded message ----------
From: आम आदमी (via Twitter) <notify@twitter.com>
Date: Monday 15 February 2016
Subject: आम आदमी (@aapian4life) retweeted your Tweet!
To: RajKumarSachanHori <rajkumarsachanhori@gmail.com>


@Sachanhori: @abpnewshindi क्यों देशभक्ति का काम केवलसैनिकों का है हमारा नहीं ?हम देशविरोध करें फिर भी मौज लें और सैनिक मरें ।क्यों बोलो ग़द्दारों ???
 
आम आदमी
retweeted your Tweet.
View
 
RajKumarSachanHori @Sachanhori
=
 
@abpnewshindi क्यों देशभक्ति का काम केवलसैनिकों का है हमारा नहीं ?हम देशविरोध करें फिर भी मौज लें और सैनिक मरें ।क्यों बोलो ग़द्दारों ???
 
Settings | Help | Opt-out | Download app
Twitter, Inc. 1355 Market Street, Suite 900 San Francisco, CA 94103



किसान उन्नति कैसे करें ??

0 टिप्पणियाँ
किसान उन्नति कैसे करें ??
०००००००००००००००००००

आज जब किसानों की कुशलक्षेम पूछने वाला कोई नहीं है , घड़ियाली आँसू बहाने के सिवा । तब मैंने बदलता भारत संस्था की ओर से अभियान चलाया है उनको अपने पैरों खड़े करने का । सबसे पहले कड़े निर्णय लेने होंगे उन्हें ----
१-- अपनी ज़मीन का एक हिस्सा बेच कर पास के क़स्बे में आवास बनाना होगा वहीं से अपनी कृषि पैदावार की मार्केटिंग करनी होगी अच्छे दाम मिलेंगे ।
२-- नगरों में आने पर कोई और व्यवसाय मिलेगा ।
३-- क़स्बों मे रहने से परिवार का स्तर उठेगा ।
४-- खेती की नई तकनीकें सीख सकेंगे ।
५-- शहरों में बसने से सम्मान बढ़ेगा , किसान होने का अपमान मिटेगा ।
६-- शहरी अपने बराबर मानेंगे ।
आइये आप भी आगे आइये । बहुत किसान इस रास्ते चल चुके हैं और अपना भविष्य बना रहे हैं । आप भी अपना भविष्य सुरक्षित कीजिये ।
आत्म हत्या की नौबत क्यों आये ??
०००००००००००००००००
राजकुमार सचान होरी
www.horiindianfarmers.blogspot.com
www.indianfarmingtragedy.blogspot.com
www.horionline.blogspot.com
What's app 9958788699
Email - horiindiachanges@gmail.com



Sent from my iPad

Profitable Fast Growing Trees - Gmelina arborea, Melia Dubia, Bamboo, Casuarina | Innovative farming solutions

0 टिप्पणियाँ
http://richfarmerpoorfarmer.blogspot.in/2011/09/economically-profitable-tree-species.html


Sent from my iPad

Honey Benefits, Natural Honey, Blended Honey, Floral Honey Suppliers, Exporters

0 टिप्पणियाँ
http://www.agriculturalproductsindia.com/other-agro-products/other-miscellaneous-natural-honey.html


Sent from my iPad

Bio Fertilizers, Bio Organic Fertilizer, Bio Fertilizers Suppliers, Exporters, Advantages

0 टिप्पणियाँ
http://www.agriculturalproductsindia.com/fertilizers/fertilizers-bio-fertilizer.html


Sent from my iPad

Sunday, February 14, 2016

Fwd: Raj Kumar Sachan, here's what you missed from Rajkumar Sachan on Google+

0 टिप्पणियाँ


---------- Forwarded message ----------
From: Google+ <noreply-bf684346@plus.google.com>
Date: Monday 15 February 2016
Subject: Raj Kumar Sachan, here's what you missed from Rajkumar Sachan on Google+
To: rajkumarsachanhori@gmail.com


A post that you might have missed
Shared publicly
image not displayed
जेएनयू विवाद : पूर्व सैन्यकर्मियों ने दी डिग्री लौटाने की धमकी
संसद हमले के दोषी अफजल गुरू को फांसी दिए जाने के खिलाफ जेएनयू कैंपस में हुए कार्यक्रम को लेकर विवादों के बीच विश्वविद्यालय के छात्र रह चुके पूर्व स...

This notification was sent to rajkumarsachanhori@gmail.com. Don't want occasional updates about Google+ activity and friend suggestions? Unsubscribe from these emails.
Google Inc., 1600 Amphitheatre Pkwy, Mountain View, CA 94043 USA

Shiv Khera Quotes

0 टिप्पणियाँ
http://www.achhikhabar.com/2011/11/24/shiv-khera-quotes-in-hindi/


Sent from my iPad

Saturday, February 13, 2016

Raj Kumar Sachan'HORI' राज कुमार सचान"होरी": सागौन की फ़सल

0 टिप्पणियाँ
Raj Kumar Sachan'HORI' राज कुमार सचान"होरी": सागौन की फ़सल: सागौन की फ़सल
---------------
आज मैं एक हेक्टेयर खेत में टीक ( सागौन) की खेती करने पर अर्थ शास्त्र की बात करूँगा । जैसे आप बैंक में फिक्स...

सागौन की फ़सल

0 टिप्पणियाँ
सागौन की फ़सल
---------------
आज मैं एक हेक्टेयर खेत में टीक ( सागौन) की खेती करने पर अर्थ शास्त्र की बात करूँगा । जैसे आप बैंक में फिक्स्ड डिपाजिट की स्कीम समझते हैं वैसे ही मैं इसे समझाता हूँ ।
मात्र एक हेक्टेयर में टीक 2 मीटर की दूरी पर प्रारम्भ में लगाने हैं कुल 2500 पौधों की ज़रूरत पड़ेगी । आज कल वन विभाग या प्राइवेट कम्पनियाँ पौधे उपलब्ध कराती हैं । इनमें अच्छी प्रजाति के पौधे लगायें । खेत में जल भराव नहीं होना चाहिये । गहरे खेतों में टीक न लगायें ।
अप्रैल से लेकर सितम्बर तक पहले गड्ढे तैयार कर और उनमें गोबर की खाद तथा डीएपी डाल कर टीक लगायें । पहले तीन वर्षों तक गर्मियों में सिंचाई करने की आवश्यकता है । दीमक का ट्रीटमेंट भी आरम्भ में ही करें ।
एक हेक्टेयर में कुल 2500 पौधे की क़ीमत सरकारी में कम लगभग 20 रुपया प्रति पौधा और प्राइवेट में 50 रुपये । कुल क़ीमत क्रमश:50 हज़ार रुपये या 125000 रुपये ।
टीक की वृद्धि जलवायु मिट्टी पर भी निर्भर है , लेकिन 20 वर्षों से लेकर 40 वर्षों तक टीक अच्छी क़ीमत दे देते हैं । जो 2500 पौधे आरम्भ में लगाये थे उनकी छटाई के साथ साथ कमज़ोर पौधों को जड़ से हटाना ( thining) भी होता है इन पौधों की लकड़ी भी बिकती रहती है । टीक की लकड़ी किसी भी उम्र के पौधे की बिक जाती है । 3 और 4 वर्षों तक कम करने से शेष मज़बूत पौधे लगभग 1000 (एक हज़ार ) को पूर्ण बढ़ने दीजिये , जिन्हें आपको निर्धारित अवधि के बाद बेचने हैं ।
घनफीट यानी लकड़ी की मात्रा के अनुसार इनकी क़ीमत पर पेड़ रु 30,000 (तीस हज़ार ) से लेकर रु 80,000 हज़ार तक कम से कम हो जायेगी । एवरेज मान लें तो गणना कर सकते हैं 50,000 रुपये प्रति पेड़ । इस तरह कुल रुपये जो आपको मिलेंगे वह होंगे 50000000 रुपये यानी 5 करोड़ रुपये ।
यदि आप युवा अवस्था में लगाते हैं तो स्वयं अन्यथा आपके बच्चों को इतनी भारी भरकम राशि मिलेगी वह भी White money .
देर किस बात की आइये करोड़पति बन जाइये आप भी ।
--------------------------------------------------------
राज कुमार सचान होरी
राष्ट्रीय अध्यक्ष
बदलता भारत
www.horiindianfarmer.blogspot.com
www.indianfarmertragedy.blogspot.com



Sent from my iPad

Wednesday, February 10, 2016

Rajkumar Sachan Hori left a message for you

0 टिप्पणियाँ
Rajkumar Sachan Hori left a message for you
Twoo
Read this mail in: हिंदी, Bengali, Telugu, Marathi, Tamil, and 32 other languages.
You received this e-mail because Rajkumar Sachan Hori wants to connect with rajkumarsachanhori.rksh@blogger.com on Twoo. Unsubscribe
Rajkumar Sachan Hori
left a message for you!
Check out your message ➔
You can instantly reply using our chat.
Have fun!
Team Twoo
By clicking 'Check out your message ➔', you agree that an account will be created for you on Twoo. You accept our Terms & Conditions and our Privacy Policy, including our Cookie use, and you agree to receive e-mail notifications about your account, which you can unsubscribe from at any time.
Don't want to receive these e-mails anymore? Click here. Massive Media Match NV, Emile Braunplein 18, 9000 Ghent, Belgium BE0537240636. info-en@twoo.com

Tuesday, February 09, 2016

Bing Coupon 2016

0 टिप्पणियाँ

Advertise Your Business on Bing Ads Today With the Help of Bing Coupon
Worth $105.
We have Bing Coupons For New Ad Accounts of Microsoft Bing Ads.
These PPC Advertising credits works worldwide in any country Billing.
You can use one Coupon per account .
It works only in new ad accounts or less than 15 days old.
You can setup your Bing Ads Account from here bingads.com .
As we know that Bing ads has a lot of potential for search traffic and conversions.
And Of-course Bing is a best and cheapest alternative for Google Ads ( Adwords).
My name is Dharmendra K Gupta . I am a an internet marketing and SEO professional from New Delhi India. I have more than 5 years experience in PPC and SEO Services.
You can write me email for more details about how to get coupons and how to setup ads on Bing.
my email id is dk@choicedelhi.in Skype id speakmeme Call +91-8586875020 / 9136075049

Thursday, February 04, 2016

Rajkumar Sachan Hori left a message for you

0 टिप्पणियाँ
Rajkumar Sachan Hori left a message for you
Read this mail in: हिंदी, Bengali, Telugu, Marathi, Tamil, and 32 other languages.
You received this e-mail because Rajkumar Sachan Hori wants to connect with rajkumarsachanhori.rksh@blogger.com on Twoo. Unsubscribe.
Rajkumar Sachan Hori left a message for you.
Read your message

You can instantly reply using our message exchange system.
Have fun!
Team Twoo
Twoo
Don't want to receive these e-mails anymore? Click here. Massive Media Match NV, Emile Braunplein 18, 9000 Ghent, Belgium BE0537240636. info-en@twoo.com

नरेगा और कृषि

0 टिप्पणियाँ

1 /नरेगा को कृषि से पूर्ण रूप से जोड़ना 

         गत तीन वर्षों में नरेगा में काम कम हो जाने के कारण भारत सरकार और प्रदेश सरकारों से इस योजना में धन आवंटन लगातार कम होता जा रहा है इससे नरेगा योजना के सामने ही गंभीर संकट खड़ा हो गया है नरेगा के अंतर्गत आने वाले कार्यों की संख्या घटते जाने के कारण जहाँ एक ओर काम कम मिल रहे हैं वहीं दूसरी ओर भ्रष्टाचार तेज़ी से बढ रहा है। काम कम होते जाने के कारण जहाँ एक ओर ईमानदार प्रधान और अधिकारी कर्मचारी नरेगा से दूर भाग रहे हैं वहीं बेइमान अधिकारी,कर्मचारी प्रधान भ्रष्टाचार में आकंठ डूब गये हैं

                एक ओर तो मज़दूर और मज़दूरी के सामने गंभीर संकट तो दूसरी ओर किसान परेशान नरेगा के बाद से गाँवों में मज़दूरी की दरों में व्रद्धि होने से किसानों को खेती में लागत अधिक लगानी पड रही है और मज़दूर भी समय से नहीं मिल पा रहे हैं। धीरे धीरे जो किसान खाद बीज पानी दवाओं की बढ़ती कीमतों से पहले ही परेशान था , मज़दूरी में व्रद्धि से और टूटने लगा पूरे देश में लघु और सीमांत (छोटे किसान ) किसान तो बड़ी संख्या में खेती ही छोड़ने लगे ।। आज देश में अज़ीब स्थिति है मज़दूर और किसान दोनों बेहद परेशान

           इंडिया चेंज़ेज़ ( India Changes ) ने अपनें राष्ट्रीय संयोज़क प्रसिद्ध साहित्यकार और समाजसेवी श्री राज कुमार सचान 'होरी' के प्रशासनिक और सामाजिक अनुभवों के आधार पर निष्कर्ष निकाला कि उक्त दोनों गंभीर समस्यायों का एकमात्र हल है ...........

"नरेगा का कृषि से पूर्ण सम्बद्धीकरण "

          इसे गहराई से समझना आवश्यक है ... खेती का कोई भी कार्य हो कृषि,उद्या़न अथवा वानिकी(forestry) या खेती से संबंधित अन्य कार्य जो उत्पादन से जुड़े हों में मज़दूर नरेगा से दिये जाँय और उनकी मज़दूरी किसान के बजा़य नरेगा योजना से मिले इस प्रकार किसानों को मज़दूर बिना किसी लागत के साल भर लगातार उपलब्ध होंगे जिससे उसकी फसलों की लागत कम होगी और खेती घाटे के स्थान पर लाभकारी बन सकेगी किसान मज़दूर और मज़दूरी से मुक्त होकर पूरा ध्यान खेती में लगा सकेगा कृषि उत्पादन भी निश्चित रूप से बढ़ेगा देश में खाद्यान्न का आसन्न संकट भी टल जायेगा कृषि उत्पादन में लागत कम होने से खाद्यानों की कीमत में भी कमी आयेगी जिससे आम उपभोक्ता को फ़ायदा होगा

           कृषि सदियों से चले आने वाला व्यवसाय है जो भविष्य में भी चलता रहेगा , इसलिये इससे पूर्ण सम्बद्ध होने पर नरेगा योजना को भी सदैव जीवित रखा जा सकेगा मज़दूर को काम पहले से बहुत अधिक मात्रा में लगातार मिलता रहेगा यहाँ यह शर्त है कि किसान में लघु , सीमांत और बड़े सभी सम्मिलित हों तभी इसका पूर्ण अर्थ भी है

           देश के ७० प्रतिशत किसान और ग्रामीण मज़दूर दोनों एक साथ खुशहाल होंगे और एक और लाभ साथ ही साथ होगा ़़़़गांवों में किसान-मज़दूर के मध्य भाईचारा बढ़ेगा जो नरेगा के लागू होने के बाद से सबसे निम्न स्तर पर पहुँच गया है

           आइए हम मिल कर इसे सम्पूर्ण देश में लागू करायें देश विशेषकर ग्रामीण विकास के लिये

                 बदलता भारत ( INDIA CHANGES )

eid .... indiachanges2012@gmail.com & indiachanges2013@gmail.com & horiindiachanges@gmail.com & www.badaltabharat.com

             



Sent from my iPad