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Saturday, April 23, 2016

होरी कहिन २४/४/१६

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होरी कहिन 

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देखो   उत्तराखंड  में ,  उलझे   बड़े    सवाल

नेता   खड़े   पहाड़ में ,  करते  बड़े   बवाल ।।

करते बड़े बवाल , बाल की   खाल   निकालें।

मित्र शत्रु  सब इक दूजे  को,गलबहिंयां डालें।।

पत्रकार क्या लिख सकता है,इससे बढ़िया लेख।

राजनीति का खेल घिनौना ,चल पहाड़ पर देख ।।

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साम्प्रदायिक  हो गया , हिन्दू  कहना आज

यही  देन है  देश  को , कांग्रेस   के  राज  ।।

कांग्रेस  के राज , हिन्दुओं  की   अनदेखी

धर्मनिरपेक्ष  मारते  , लेकिन  पूरी  शेखी ।।

सभी रहें मिल बाँट कर,बढे देश का काज

अपने अपने धर्म संग ,करो देश पर नाज ।।

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चाहे  जितना भी  करे , तुष्टीकरण   समाज

होरी  स्थायी   नहीं , इससे    बनते  काज ।।

इससे  बनते  काज , सदा  बस थोथे   होते

तुष्टीकरण  बीज  ,सदा  नाहक  हम  बोते ।।

आज ज़रूरत हम सबका रखें मात्र बस ख़्याल

होरी तुष्टीकरण नीति तो ,अपने आप बवाल ।।

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आओ  बनें   करोड़पति , मेरे मित्र  किसान

मत्स्य ,वृक्ष,पशु,कैश की, खेती करें सचान।।

खेती   करें   सचान , टीक  के  बाग़ लगायें

यूकीलिप्टस  मेड ,खेत   में,  कहीं  लगायें ।।

पशुपालन,मछलीपालन की करिये शुरुआत।

मिटे  ग़रीबी ,बढे  अमीरी ,बन  जायेगी बात ।।

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आरक्षण  के  जन्म का , जाति   बनी  आधार

अगर  जाति मिट   जाय तो, आरक्षण बेकार ।।

आरक्षण बेकार,व्यर्थ हो जाति अगर मिट जाये।

भारत  तब एकता सूत्र में,रातदिवस बँध जाये ।।

हम करें बहुमुखी उन्नति,मिल मिल कर इस भाँति।

होरी   पहले   आवश्यक   है,  आओ   मेंटें   जाति ।।

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राजकुमार सचान होरी 

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Wednesday, April 20, 2016

HORI KAHIN21/4/16

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होरी कहिन 

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घर घर टीवी सीरियल ,खड़ी करें दीवार

घर वालों से है नहीं , बस इनसे ही प्यार ।।

बस इनसे ही प्यार , कहानी कैसी कैसी ?

घर घर यही सीरियल करते, ऐसी तैसी ।।

आदर ,स्नेह ,प्यार घर के ,सब गये बिखर।

होरी  इन्हीं  सीरियल से ,पीड़ित घर घर ।।

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हिन्दू  होना   नर्क  है , पाक   बांग्लादेश

अल्पसंख्यकों के लिये ,कैसा है  संदेश।।

कैसा है संदेश ,कहो  भारत क्या करता ?

अल्पसंख्यकों हेतु चुप ,क्यों भारत रहता ।।

भारत  पाक  वार्ता  में  ,यह बिन्दु  उठाओ

अल्पसंख्यकों हेतु,अरे कुछ सबक़ सिखाओ।।

०००००००००००००००००००००००००००००

राजकुमार सचान होरी 

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Hori KAHIN 21/4/16

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Sunday, April 17, 2016

Hori KAHIN

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होरी कहिन 

००००००००००

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जभी सीय  ने था किया ,लक्ष्मण रेखा पार

राम राज रोया  बहुत,  दशकन्धर  के द्वार ।।

दशकन्धर  के द्वार  ,हुआ था युद्ध  भयानक

राम - दशानन युद्ध ,याद है अभी कथानक ।।

लक्ष्मण  रेखा  पार   करिये  , आप कभी

होरी   निश्चित  युद्ध  पार  हम , करें जभी ।।

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अच्छा  है  डूबें  मरें , सरिता  में मँझधार

क्या जीना बैठे हुये , यूँ ही इस उस पार ।।

यूँ ही इस उस पार , बैठ कर मक्खी मारें

रोज क़ीमती  समय  ,व्यर्थ में यूँ ही टारें ।।

तभी  ज़िन्दगी  भर खाते ,गच्चे पर गच्चा

होरी  चलते  रहना  ही , जीवन में अच्छा ।।

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होरी  मेरे  देश  में , जाति  धर्म  के  रोग 

आपस में बिखरे हुये ,हम भारत के लोग ।।

हम भारत के लोग , सदा ख़ुद से टकरायें

भाई  बन्धु लगें  दुश्मन , तो दुश्मन  भायें ।।

मीर  जाफरों , जयचन्दों  के  अब  भी घर

भारत माता दु:खी , डालिये नज़र जिधर ।।

००००००००००००००००००००००००००००००

राजकुमार सचान होरी 

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Tuesday, April 12, 2016

होरी कहिन १२/४/१६

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होरी कहिन 

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जनता  दल के शीर्ष  पर , हैं नीतीश  कुमार

राजनीति   राष्ट्रीय  हित  , बैठे   हैं  तैयार ।।

बैठे   हैं तैयार  ,भाजपा   से  टकराने जमकर

गठबन्धन को नये सिरे से,पंख लगाने कसकर।।

जब  होगी   मोदी  नीतीश  में  ,भारी  टक्कर

होरी राजनीति के पंडित ,खायेंगे तब चक्कर ।।

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अल्पसंख्यकों पर सदा ,होते अत्याचार

पाकिस्तानी भूमि पर बड़े बड़े ब्यभिचार ।।

बड़े  बड़े ब्यभिचार , दुखी  हिन्दू ईसाई

रोयें बिलखें मगर नहीं , होती सुनवाई ।।

कट्टरता की  भूमि , हो गई पाकिस्तान

होरी   सावधान  रहना ! हिन्दुस्तान ।।

०००००००००००००००००००००००००००

राजकुमार सचान होरी 

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Friday, April 08, 2016

Tweet from RajKumarSachanHori (@Sachan_hori)

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RajKumarSachanHori (@Sachan_hori) tweeted at 11:29pm - 8 Apr 16:

#शेर
देश को बचाना है तो एक क़दम आइये
देश मिट न जाय कहीं जाति को मिटाइये ।#caste @ravihsndtv @IndiaToday @aajtak @News24 @TimesNow (https://twitter.com/Sachan_hori/status/718498604059496448?s=17)

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Tweet from RajKumarSachanHori (@Sachan_hori)

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RajKumarSachanHori (@Sachan_hori) tweeted at 11:12pm - 8 Apr 16:

#caste
जाति प्रथा को मेंट दें,भारत का अभिशाप।
होरी सदियों ढो रहे, यह समाज का पाप ।।#दोहे #DrAmbedkar @ravihsndtv @BDUTT @aajtak @awasthis (https://twitter.com/Sachan_hori/status/718494235167580161?s=17)

Get the official Twitter app at https://twitter.com/download?s=18


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होरी कहिन

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होरी कहिन 

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कैसे कह दूँ आज मैं , हिन्दू धर्म महान ?

जाँत पाँत का जन्म से , बैठा जब शैतान।।

बैठा  जब शैतान , हिन्दुओं के  जीवन में

रहें  दूरियाँ  इक दूजे से,कुछ जन मन में ।।

विघटन   ऊँच  नीच से  ,पीड़ित  ऐसे सब

होरी  हिन्दू   गर्व करें , फिर  कैसे   कब ??

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पत्रकारिता  है बनी ,सर्वोत्तम  व्यवसाय

हर्र लगे ना फिटकरी , रंग चोखा हुइ जाय।।

रंग  चोखा  हुइ  जाय ,मान  सम्मान समेंटें

कहीं किसी कोऔर  कभी भी, लगें झपेटें ।।

अहम्, वाक्पटुता  का  खाता ,चौथा खम्भा

होरी कलियुग का है , यह तो बड़ा अचम्भा ।।

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यदि चौथा स्तम्भ है , लोक  तंत्र  आधार

इसको रखें संभाल कर , मत करिये बेकार ।।

मत  करिये  बेकार , करें  जन जन की सेवा

रहे  देश   ख़ुशहाल , तभी  तो  खायें  मेवा ।।

पत्रकारिता  धर्म  सदा   ही , रखिये   मन

होरी  तुमसे  करे  अपेक्षा  , जन  ग़न  मन ।।

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राजकुमार सचान होरी 

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Tuesday, April 05, 2016

7 Natural Cures For Neuropathy - How To Cure Neuropathy Naturally | Natural Home Remedies & Supplements

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http://www.natural-homeremedies.com/natural-cures-for-neuropathy/


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HORI KAHIN

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होरी के दोहे

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होरी के दोहे 

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जब तक धर्मों की नहीं ,मैंने चखी अफ़ीम

मेरे  लिये  समान  थे , दोनों  राम   रहीम ।।

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लक्ष्मण रेखा को कहीं, कभी करिये पार।

उधर दशानन  राज है,  इधर राम दरबार ।।

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राजकुमार सचान होरी 

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Monday, April 04, 2016

Fwd: होरी कहिन

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---------- Forwarded message ----------
From: Rajkumar Sachan <horirajkumar@gmail.com>
Date: Tuesday 5 April 2016
Subject: होरी कहिन
To: Sun Star Feature <sunstarfeature@gmail.com>, Sun Star V S Tiwari <vstiwari1969@rediffmail.com>


              होरी कहिन 
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१-- 
टीआरपी के मोह में , कुछ चैनेल मशगूल ।
आड़ा  तिरछा खेलते ,  करें भूल  पर भूल ।।
करें  भूल पर भूल , ख़बर को  तोड़  मरोड़ें ।
गुणा,भाग के साथ घटायें, फिर कुछ जोड़ें ।।
चौथा  खम्भा  जगह  जगह से  दरक  रहा ।
होरी  निज  स्थल से  खम्भा , सरक रहा ।।
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२--
श्वान  पूँछ  टेढ़ी  रहे , पाकिस्तान  प्रमाण ।
गजनी ,गोरी आदि हैं , अब भी उसके प्राण ।।
अब  भी उसके प्राण , बसें  भारत विरोध में ।
पानी  पी  पी कर  गलियाये, हमें  क्रोध  में ।।
जीते   मरते  अकड़  में , ऐंठ   रहे  हैं  मूँछ ।
कुत्ते   सी  टेढ़ी   रहे ,  पाकिस्तानी   पूँछ ।।
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३--
राष्ट्रवाद   जिस देश में , फूले फले अपार ।
देश  वही  सिरमौर हो ,  श्रेष्ठ बने संसार ।।
श्रेष्ठ  बनें   संसार  , मिले  सम्मान  जहाँ ।
राष्ट्रवाद  पर  भारत  में ही , मिले कहाँ ??
राष्ट्रवाद को सींचिये,हिलमिल कर अब आप।
होरी   हरिये देश  से , राष्ट्रद्रोह   का पाप ।।
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राजकुमार सचान होरी