भ्रष्टाचारी खेल मिटायें , अन्ना जी |
नव आशा का दीप जलाएं , अन्ना जी ||
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अर्थ क्षेत्र में भ्रष्ट आचरण माना है ,
अन्य क्षेत्र के भेद बताएं , अन्ना जी |
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राजनीति , नौकरशाही पर उठें उंगलियाँ ,
अपनों पर ऊँगली उठायें , अन्ना जी |
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कुछ अपनी तो कुछ औरों की भी मानें ,
नाहक जिद्दी रूप दिखाएँ , अन्ना जी |
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'होरी' तानाशाही होती बहुत बुरी ,
तानाशाही भाव भगाएं , अन्ना जी |
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राज कुमार सचान 'होरी'
ANNAA JI KUCHH TO BOLEN
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